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क्योकि हर एक दांत जरूरी होता है, आपके चेहरे की खूबसूरत मुस्कान के लिए…..



विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के अनुसार, मुंह से जुड़ी बीमारियों का इलाज सबसे महंगा होता है और इस संदर्भ में यह चौथे स्‍थान पर आता है। अगर इनका इलाज न किया जाए तो सेहत पर इनका बुरा असर पड़ सकता है। नियमित रूप से दांतों का चेकअप सभी के लिए जरूरी है इससे न सिर्फ आपके दांत स्वस्थ रहेंगे बल्कि कोई समस्या होने पर शुरुआती अवस्था में ही इसका पता चल जाएगा रोजाना दांतों की सफाई से प्लाक, कैविटी और अन्य दांतो व मसूड़ों की बीमारी से बचा जा सकता है । इसके लिए नियमित रूप से ब्रश कुल्ला करने के साथ जीभ की सफाई भी जरूरी है।



अगर आप अपने मुंह को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई संक्रमणों की आशंका बढ़ सकती है। पेट से जुड़ी कई समस्याएं भी दांतों में पैदा हुई कई बीमारियों की वजह से जन्म ले सकती हैं । दांतो मे तकलीफ से भोजन ठीक से नहीं चबता , पोषक तत्वों की कमी होने लगती है और इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काम हो जाती है । पेरिओडोन्टल गम डिजीज ना केवल दांतो व मसूड़ों की कोशिकाओं को कमजोर करती है बल्कि रहूमटॉइड आर्थराइटिस की वजह भी बनती है । डाइयबिटीस मे मसूड़ों के संक्रम की सम्भावना अधिक रहती है। मसूड़ों की बीमारी से कीटाणु रख्त के जरिए हृदय की नलिकाओं को प्रभावित करते ,जिसे हार्ट टैक की समभावना हो सकती है ।



कुछ सावधानियों को बरत कर आप अपने दांतों को स्वस्थ रख सकते हैं


1.अपने टूथब्रश को हर तीन महीने मे या ब्रश के खरब / सख्त होने पर तुरंत बदले और नया टूथब्रश इस्तेमाल करें क्योंकि इससे मुंह की स्वच्छता को बरकरार रखने में मदद मिलती है. आप ब्रश दिन में दो बार करते हैं तो बहुत अच्छी बात है लेकिन जरूरी यह भी है कि आपके ब्रश करने का तरीका सही हो । मुलायम ब्रश यूज़ करे , ज़्यादा ज़ोर लगाकर ब्रश नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से दांत और मसूड़े ज़ख्मी हो सकते हैं , आगे के दांतों मे ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर व पीछे की दाढ़ों मे गोल गुमए । एक साथ तीन दांतों पर इसी विधि से ब्रश करें।


2.ब्रश के दौरान जीभ की सफाई भी बेहद जरूरी है। जीभ पर बैक्‍टीरिया और टॉक्सिन जमा हो जाते हैं जो आगे चलकर मुंह की बदबू का कारण बनते हैं। जीभ को साफ रखकर मुंह से बदबू आने की समस्‍या से बचा जा सकता है।


3.खाने के बाद कुल्ले जरूर करें। बहुत अधिक चॉकलेट, शकर, जंक फ़ूड, कैफीन आदि से बचें। पान मसाला और धूम्रपान से दूर रहें।


4. विटामिन सी और कैल्शियम युक्त उचित स्वास्थ्यपरक आहार के साथ मौसमी खाद्य पदार्थों और हरी पतेदार सब्जियों का सेवन जरूरी है । मानसून में सेब, नाशपाती, स्ट्रॉबेरी, दही और ओट का सेवन लाभकारी होता है ।



5.यथा संभव कॉफी या चाय कम मात्रा में सेवन करने की कोशिश करें । इनमे कैफीन होता है, जिससे आपके दांत खराब या कमजोर हो सकते हैं और उन पर दाग या कालापन हो सकता है ।


6.बच्चों के दूध वाले दांतों का भी उसी तरह खयाल रखें और कम उम्र से ही बच्चों को ब्रश करने के आदत डालें।





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